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दैत्य
दैत्य झुँझलाहट की कोई ख़ास वजह नहीं सुना सकूँ इतना ख़ास हादसा भी नहीं , नुचवा लिए अब ख़्वाबों के पंख नहीं यहाँ तक कि...
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Bhaai ki laash samne padi hai. Bilkul khamosh. Khoon se sani hui. Behan ka ro ro kar bura haal hai. Maa ko vishwas nahi aa raha ki b...
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दैत्य झुँझलाहट की कोई ख़ास वजह नहीं सुना सकूँ इतना ख़ास हादसा भी नहीं , नुचवा लिए अब ख़्वाबों के पंख नहीं यहाँ तक कि...
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जो हासिल हुआ था हमसफ़र की शक्ल में , वो खो गया इसी शहर की शक्ल में ....!! कांच के ख्वाब टूटे तो हुआ मालूम , हर बार खुदा नहीं हो...
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